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Prem vivah karne ke liye upay

Prem vivah karne ke liye upay (प्रेम  विवाह  करने  के  लिए  उपाय) Astrological Remedy for love Marriage

Prem Vivah Karne Ke Liye Upay :- नए जमाने में जहां लड़की-लड़कों को एक साथ मिलने-जुलने की आज़ादी है, वहां उनके बीच संबंध जुड़ जाना बेहद सामान्य है। (prem vivah karne ke upay hindi me)इसमें अक्सर उनके बीच प्रेम पनप ही जाता है जिसके आखिरकार शादी में परिणत होने की संभावना बलवती होती है। इस आलेख में आज हम इन्हीं सवालों के साथ उन उपायों पर चर्चा करेंगे, जिसके माध्यम से प्रेम को विवाह में आसानी से तब्दील किया जा सके।

 कृष्ण मंत्र (Krishna mantra)

केशवी केशवाराध्या किशोरी केशवस्तुता, रूद्र रूपा रूद्र मूर्ति: रूद्राणी रूद्र देवता।——— कहा जाता है कि भगवान श्रीकृष्ण की आराधना करने से प्रेम-विवाह में अवश्य सफलता मिलती है। (prem vivah ke saral upay) सप्ताह में शुक्रवार के दिन राधा-कृष्ण की मूर्ति के सम्मुख उपरोक्त मंत्र का 108 बार जाप करें। 3 महीने के अन्दर ही प्रेम-विवाह में आ रही सारी परेशानियां दूर हो जाएंगी।

राधा-कृष्ण मंत्र फॉर प्रेम विवाह(Radha Krishna mantra for love marriage)

ॐ क्लीं कृष्णाय गोपीजन वल्लभाय स्वाहा – प्रेमी या प्रेमिका का ध्यान करते हुए उपरोक्त मंत्र से राधा-कृष्ण के मंदिर में जाकर सच्चे मन से मंत्र का जाप करें। (prem vivah jaldi hone ke upay) प्रत्येक शुक्रवार को किसी भी राधाकृष्ण मंदिर में जाकर उनकी मूर्ति का दर्शन कर, माखन मिश्री का भोग लगाएं। आपके विवाह में आ रही सारी परेशानियां दूर होंगी और वैवाहिक जीवन सफलता से बीतेगा।

विष्णु लक्ष्मी मंत्र प्रेम विवाह (Vishnu – Lakshmi mantra for love marriage)

‘ॐ लक्ष्मी नारायणाय नमः’———– विष्णु और लक्ष्मी जी की फोटो के सम्मुख ‘ॐ लक्ष्मी नारायणाय नमः’ मंत्र का जाप प्रत्येक बृहस्पतिवार को 108 बार स्फटिक माला से करें। (vivah hone ke upay hindi)इस मंत्र का प्रारम्भ शुक्ल पक्ष के बृहस्पतिवार से ही करना चाहिए।

 शिव मंत्र प्रेम विवाह (Shiva mantra for love marriage)

‘ॐ सोमेश्वराय नमः’——— दूध मिले गंगा जल को शिवलिंग पर चढ़ाएं व शिवलिंग के सम्मुख रुद्राक्ष की माला से उपरोक्त मंत्र का एक माला जप करें। इस उपाय को करने से प्रेम विवाह में सफलता मिलती है। ॐ श्रीं वर प्रदाय श्री नमः’——– उपरोक्त मंत्र भगवान शिव का अदभुत मंत्र है। इस मंत्र का जाप रूद्राक्ष की माला पर पांच माला फेरते हुए करें। इस जाप को पूरा करने के बाद शिवलिंग पर पांच नारियल चढ़ाएं। प्रेम विवाह में सफलता जरूर मिलेगी।

भैरव मंत्र प्रेम विवाह (Bhairav ​​Mantra for Love Marriage)

ॐ ज्लौम रहौं क्रोम उत्तरनाथ भैरवाय स्वाहा: ———- यदि प्रेम में फूट पड़ गयी हो और प्रेमी-प्रेमिका के विवाह होने की सम्भावना कम हो रही हो तो उस परिस्थिति में भैरव जी की पूजा अचूक उपाय है। उपरोक्त मंत्र का जाप करें व भैरव देवता को मीठी रोटी का प्रसाद बना कर अर्पित करें।

 शुक्रवार की पूर्णिमा पर मिलना जरूरी (Full Moon on Friday to meet urgent)

प्रेमी प्रेमिका यथासंभव प्रयास करें कि वह आपस में शुक्रवार और पूर्णिमा के दिन जरूर मिलें। यदि शुक्रवार के दिन पूर्णिमा हो तो वह दिन अत्यंत शुभ रहता है, उस दिन मिलने से प्रेम बना रहता है, जो कि प्रेम विवाह के लिये बहुत जरूरी है।

प्रेम विवाह में मंगल दोष का निवारण (Tue defect prevention)

मंगल दोष के कारण भी प्रेम विवाह में अड़चन पैदा होती है। अगर प्रेमी जोड़ों में से कोई एक मांगलिक है जिसके कारण प्रेम-विवाह में परेशनियां आ रही हैं तो मंगल दोष का तत्काल निवारण जरूर ही कर लें, नहीं तो जीवन भर पछताना पड़ सकता है।

Prem vivah kundli (Love Marriage Kundli)

Prem Vivah kundli (Love Marriage Kundli) जब किसी लड़का और लड़की के बीच प्रेम होता है तो वे साथ साथ जीवन बीताने की ख्वाहिश रखते हैं और विवाह करना चाहते हैं। कोई प्रेमी अपनी मंजिल पाने में सफल होता है यानी उनकी शादी उसी से होती है जिसे वे चाहते हैं और कुछ इसमे नाकामयाब होते हैं। prem vivah karne ke liye upay ज्योतिषशास्त्री इसके लिए ग्रह योग को जिम्मेवार मानते हैं। देखते हैं ग्रह योग  कुण्डली में क्या कहते हैं।

ज्योतिषशास्त्र में “शुक्र ग्रह” को प्रेम का कारक माना गया है (Venus is the significator of love according to Vedic Jyotish)। कुण्डली में लग्न, पंचम, सप्तम तथा एकादश भावों से शुक्र का सम्बन्ध होने पर व्यक्ति में प्रेमी स्वभाव का होता है। प्रेम होना अलग बात है और प्रेम का विवाह में परिणत होना अलग बात है। ज्योतिषशास्त्र के अनुसार पंचम भाव प्रेम का भाव होता है और सप्तम भाव विवाह का। पंचम भाव का सम्बन्ध जब सप्तम भाव से होता है तब दो प्रेमी वैवाहिक सूत्र में बंधते हैं। नवम भाव से पंचम का शुभ सम्बन्ध होने पर भी दो प्रेमी पति पत्नी बनकर दाम्पत्य जीवन का सुख प्राप्त करते हैं।

ऐसा नहीं है कि केवल इन्हीं स्थितियो मे प्रेम विवाह हो सकता है। अगर आपकी कुण्डली में यह स्थिति नहीं बन रही है तो कोई बात नहीं है हो सकता है कि किसी अन्य स्थिति के होने से आपका प्रेम सफल हो और आप अपने प्रेमी को अपने जीवनसाथी के रूप में प्राप्त करें। पंचम भाव का स्वामी पंचमेश शुक्र अगर सप्तम भाव में स्थित है तब भी प्रेम विवाह की प्रबल संभावना बनती है (If the lord of fifth house Venus is placed in the seventh house, there is a possibility of love-marriage)। शुक्र अगर अपने घर में मौजूद हो तब भी प्रेम विवाह का योग बनता है।

शुक्र अगर लग्न स्थान में स्थित है और चन्द्र कुण्डली में शुक्र पंचम भाव में स्थित है तब भी प्रेम विवाह संभव होता है। नवमांश कुण्डली जन्म कुण्डली का शरीर माना जाता है अगर कुण्डली में प्रेम विवाह योग नहीं है और नवमांश कुण्डली में सप्तमेश और नवमेश की युति होती है तो प्रेम विवाह की संभावना 100 प्रतिशत बनती है। शुक्र ग्रह लग्न में मौजूद हो और साथ में लग्नेश हो तो प्रेम विवाह निश्चित समझना चाहिए prem vivah karne ke liye upay(If Venus is placed in the Ascendant along with the Ascendant-lord then there is a very strong chance of a love-marriage)। शनि और केतु पाप ग्रह कहे जाते हैं लेकिन सप्तम भाव में इनकी युति प्रेमियों के लिए शुभ संकेत होता है। राहु अगर लग्न में स्थित है तो

prem vivah karne ke liye upay नवमांश कुण्डली या जन्म कुण्डली में से किसी में भी सप्तमेश तथा पंचमेश का किसी प्रकार दृष्टि या युति सम्बन्ध होने पर प्रेम विवाह होता है। लग्न भाव में लग्नेश हो साथ में चन्द्रमा की युति हो अथवा सप्तम भाव में सप्तमेश के साथ चन्द्रमा की युति हो तब भी प्रेम विवाह का योग बनता है। सप्तम भाव का स्वामी अगर अपने घर में है तब स्वगृही सप्तमेश प्रेम विवाह करवाता है। एकादश भाव पापी ग्रहों के प्रभाव में होता है तब प्रेमियों का मिलन नहीं होता है और पापी ग्रहों के अशुभ प्रभाव से मुक्त है तो व्यक्ति अपने प्रेमी के साथ सात फेरे लेता है। प्रेम विवाह के लिए सप्तमेश व एकादशेश में परिवर्तन योग के साथ मंगल नवम या त्रिकोण में हो या फिर द्वादशेश तथा पंचमेश के मध्य राशि परिवर्तन हो तब भी शुभ और अनुकूल परिणाम मिलता है।

Manpasand shadi karne ke upay (favourite Wedding Ideas)

यह बहुत तरीको से व्यक्ति को लाभ पहुचाता है. यदि ज्योतिष शास्त्र की बात करे तो उसमे हल्दी को बहुत महत्वता दी गई है, हल्दी व्यक्ति द्वारा व्यक्ति विभिन्न ग्रहीय manpasand shadi karne ke upay prem vivah karne ke liye upaye सम्बन्धित समस्याओ से मुक्ति प्राप्त कर सकता है.

हल्दी के पीले रंग को बृहस्पति से जोड़ा जाता है, इसलिए ज्योतिषशास्त्र के अंतर्गत manpasand shadi karne ke upay किसी जातक की कुंडली में मौजूद कमजोर बृहस्पति manpasand ladki se shadi karne ke upay को मजबूती प्रदान करने के लिए हल्दी का प्रयोग किया जाता है.

बृहस्पति को मजबूत करने के लिए इसे एक रामबाण इलाज माना गया है.

आइये पहले जानते है की कैसे हल्दी बृहस्पति manpasand ladke se shadi karne ke upayको मजबूती प्रदान करती है. इस उपाय में एक गाठ वाली हल्दी को पिले धागे में बांधकर अपने बाजू अथवा गले में पहने.

यह उपाय पिले पुखराज की तरह कार्य करता है जो व्यक्ति के बृहस्पति को मजबूत manpasand shadi karne ke upay बनाने में सहायक होता है. अगर आप भी हल्दी धारण करने का मन बना रहे हैं तो इसे गुरुवार के दिन ही पहनें, शुभ फल मिलेगा.

अधिकतर लोग यह जानते है की हल्दी केवल पिले रंग की होती है परन्तु कई जगहों पर (मनचाहा प्रेम से विवाह करने का उपाय) काले एवम नारंगी रंग के भी हल्दी पाई जाती है.
पीली हल्दी का संबंध बृहस्पति से माना गया है,

वहीं काली हल्दी का प्रयोग शनि देव के लिए और नारंगी हल्दी का प्रयोग मंगल ग्रह manpasand shadi karne ke upay के लिए किया जाता है. पेट से पीड़ति किसी व्यक्ति के लिए हल्दी का दान बहुत ही लाभकारी माना गया है.

प्रतिदिन सुबह हल्दी का तिलक लगाने से वाणी को शक्ति manpasand shadi karne ke upay प्रदान होती है. ज्योतिष में बृहस्पति को मजबूती प्रदान करने के अलावा जल्दी शादी के लिए भी हल्दी का प्रयोग किया जाता है.

अगर किसी व्यक्ति की शादी में लगातार बाधाएं manpasand shadi karne ke upay or prem vivah karne ke liye upaye बाधाएं उत्पन्न हो रही हैं या फिर किसी कारणवश विवाह संभव नहीं हो पा रहा है तो उसके लिए कुछ उपाय बाताये जा रहे है.

जिस पानी से आपको नहाना है उस पानी manpasand shadi karne ke upay में हल्दी मिलाकर नहाये. इसके साथ ही सुबह सूर्य देव को हल्दी मिले जल से अध्र्य दे.
अब उस लोटे में लगे थोड़ी सी हल्दी को अपने माथे एवम गले में लगाए जल्द ही समस्या दूर हो जायेगी.

Prem vivah ki hast rekha (Palmistry for Love Marriage Line)

Prem vivah ki hast rekha :- प्रेम  विवाह  की  हस्त  रेखा की  गणना करना काफी दिलचस्प है। इसमें न तो जन्म समय या दिनांक की समस्या रहती है और न ही किसी जन्म पत्रिका की आवश्यकता, जहां है जैसे हैं की स्थिति में जातक का के भाग्योदय के बारे में बताया जा सकता है।

prem vivah karne ke liye upay यहां आपको ऐसे ही टिप्प दिए जा रहे हैं जिनके जरिए आप अपना भविष्य खासतौर पर वैवाहिक भविष्य पता कर सकते हैं।

विवाह रेखा एक से ज्यादा हो तो जो रेखा लम्बी हो उसे विवाह की रेखा समझना चाहिए। शेष छोटी रेखाएं प्रेम संबंधों या सगाई के बारे में बताती हैं। प्रधान रेखा यदि लम्बी हो लेकिन लहरदार होकर पतली हो जाए तो यह जीवन साथी के स्वास्थ्य के उतार-चढाव को दर्शाती है।

सबसे छोटी अंगुली (किनिष्ठका) के नीचे बुध का स्थान माना गया है। यहीं से हृदय रेखा निकल कर बृहस्पति के स्थान की तरफ जाती है। अंगुली के मूल में और हृदय रेखा के मध्य के स्थान पर दिखाई देने वाली आड़ी रेखाओं से व्यक्ति के विवाह का आकलन किया जाता है। रेखाओं की संख्या, स्थिति और उनकी बनावट से विवाह की आयु, स्वरूप, विवाह की संख्या और जीवन साथी की शारीरिक बनावट का आकलन किया जाना चाहिए।

prem vivah karne ke liye upay कुछ लोग प्रेम विवाह के लिए उक्त रेखाओं से गणना करते हैं। prem vivah karne ke liye upay लेकिन वास्तव में प्रेम विवाह के लिए हथेली में बृहस्पति, शुक्र और मंगल के स्थान भी बहुत प्रभावी देखें गये हैं। हालांकि प्रेम विवाह होगा या नहीं, इसकी जानकारी के लिए बुध के स्थान पर पड़ी रेखाओं से काफी कुछ स्पष्ट किया जा सकता है। लेकिन प्रेम विवाह में आ रही अड़चने और प्रेमिका (या प्रेमी) के स्वभाव और चरित्र के बारे में शुक्र और बृहस्पति से अंदाजा लगाना ठीक रहेगा।

जब विवाह रेखा दूसरी प्रधान रेखाओं की तुलना में निम्न या उच्च दिखाई दे तो यह अंतरजातीय विवाह की सूचक है। कुछ विद्वान इसे अपने से धनी या निर्धन परिवार में विवाह होने का प्रतीक समझते हैं। अर्थात ऐसी रेखाएं बेमेल विवाह करवाती हैं। यदि इस प्रकार का कोई योग यदि दिखाई दे तो यह निश्चित है कि ऐसे व्यक्ति का विवाह सामान्य तो नहीं होगा।

यदि बृहस्पति अपने स्थान से शनि की तरफ झुकाव लिये हो तो 30 वर्ष की आयु के बाद विवाह होता है।

पुरूष की हथेली में जब विवाह रेखा हृदय रेखा से काफी दूर हो, शुक्र का आकार हथेली में राशि सामंजस्य न बैठा पाता हो साथ ही बृहस्पति के स्थान पर कोई शुभ चिह्न न हो, तो ऐसे जातक का विवाह प्रायः देरी से हुआ करता है। कितनी देरी होगी और विवाह कब होगा यह जानने के लिए पुनः विवाह रेखा से ही आकलन करना चाहिए।

यदि हथेली में विवाह रेखा ही न हो तो विवाह में काफी देर हो सकती है। लेकिन इसका मतलब यह बिल्कुल नहीं है कि जीवन में विवाह नहीं होगा। यह अवश्य है इसके कारण विवाह में अनावश्यक रूप से देरी हो सकती है। या फिर उपाय करने पर ही विवाह होगा।

यदि विवाह रेखा द्वीप युक्त हो तो यह जीवन साथी के खराब स्वास्थ्य का द्योतक है।

विवाह रेखा का मध्य में खण्डित हो जाना विवाह के टूटने के संकेत हैं। लेकिन इसके लिए हथेली के दूसरों चिह्नों पर भी विचार करना चाहिए।

यदि विवाह रेखा सर्प-जिह्वाकार हो तो यह पति-पत्नि के मध्य विचारों की भिन्नता को दर्शाती है।

लम्बी और सूर्य के स्थान तक जाने वाली विवाह रेखा संपन्न और समृद्ध जीवन साथी की प्रतीक है।

जब विवाह रेखा को खड़ी रेखाएं काट रही हो तो यह विवाह में हो रहे विलम्ब और बाधाओं की सूचक हैं।

Pyar ko pane ke totke in Hindi   (Love Marriage Totka in Hindi)

Pyar ko pane ke totke in Hindi :- जीवन में कई बार ऐसा लगने लगता है कि आपके साथी की रूचि प्यार में और आप में कम हो गई है। ऐसे समय में निराश होने की बजाय कुछ सामान्य टोटके भी आजमा सकते हैं। यह ऐसे टोटके हैं जिन्हें प्राचीन काल से आजमाया जाता रहा है।prem vivah karne ke liye upay  केला में गोरोचन मिलाकर लेप बनाएं। इस लेप को सिर पर लगाएं। माना जाता है कि ऐसा करने से व्यक्ति में आकर्षण शक्ति आ जाती है। नारियल, धतूरे के बीज, कपूर को पीस लें। इसमें शहद मिलाएं। नियमित इसका तिलक करने से जिसे आप प्यार करते हैं वह आपको छोड़कर नहीं जाता है।

प्यार  को  पाने  के  टोटके  हिंदी में  पति की रूचि पत्नी में कम हो गयी हो तो दोनों साथ भोजन करें और भोजन के समय चुपके से पत्नी पति के खाने में अपनी थाली से थोड़ा भोजन रख दे। इससे पति फिर से पत्नी में रूचि लेने लगता है।

Prem Vivah karne ke liye upay अगर आपका जीवनसाथी, प्रेमिका, प्रेमी आप से दूर चला गया हो और वो आपको संपर्क न करे तो आप यह सरल प्रभावकारी टोटका कर सकते है आप सबसे पहले किसी भी दिन दो सूखे हुए पीपल के पत्ते तोड़ ले, नीचे से न उठाए, कुछ पीले/सूखे से हो, आप जिस से प्यार करते है, या जिस व्यक्ति को प्रभावित करना चाहते हो उस का नाम दोनों पीपल के पत्तो पर लिख दे, एक पत्ते को वही पीपल के पेड़ के पास उल्टा कर के रख दे और उस पर भारी पत्थर रख दे, और दुसरे पत्ते को घर की छत पर उल्टा कर के रख दे और उस पर भी पत्थर रख दे, और प्रतिदिन पीपल के पेड़ में पानी भी चढाये ! कुछ दिन बाद आप को वह व्यक्ति संपर्क करेगा और वो आपकी तरफ आकर्षित होने लगेगा ! आपको जिस भी व्यक्ति को आकर्षित करना है उस के लिए आप ऐसा कर सकते है!